Friday, August 16, 2019

चन्दन है इस देश की माटी chandan hai is desh ki mati

चन्दन है इस देश की माटी

चंदन है इस देश की माटी, तपोभूमि हर ग्राम है |

हर बाला देवी की प्रतिमा, बच्चा-बच्चा राम है ||

हर शरिर मंदिर सा पावन ,

हर मानव उपकारी है,

जहां सिहं बन गये खिलौने,

गाय जहा माँ प्यारी है |

जहाँ सबेरा शंख बजाता, लोरी गाती शाम है ||१||

जहाँ कर्म से भाग्य बदलते

श्रमनिष्ठा कल्याणी है,

त्याग और तप की गाथाए,

गाती कवी की वाणी है

ज्ञान जहाँका गंगाजल सा, निर्मल है अविराम है ||२||

जिसके सैनिक समरभूमि में

गाया करते गीता हैं

जहाँ खेत में हल के निचे

खेला करती सीता है |

जीवन का आदर्श जहाँ पर, परमेश्वर का धाम है ||३|

Monday, August 12, 2019

हिन्दी मे ई और तीन का भेद

हिन्दी लिखने वाले अक़्सर
'ई' और 'यी' में,
'ए' और 'ये' में
और
'एँ' और 'यें' में जाने-अनजाने गड़बड़ करते हैं...।
कहाँ क्या इस्तेमाल होगा❓इसका ठीक-ठीक ज्ञान होना चाहिए...।
🔸जिन शब्दों के अन्त में 'ई' आता है वे संज्ञाएँ होती हैं क्रियाएँ नहीं...
जैसे: मिठाई, मलाई, सिंचाई, ढिठाई, बुनाई, सिलाई, कढ़ाई, निराई, गुणाई, लुगाई, लगाई-बुझाई...।
🔹इसलिए 'तुमने मुझे पिक्चर दिखाई' में 'दिखाई' ग़लत है...
इसकी जगह 'दिखायी' का प्रयोग किया जाना चाहिए...।
इसी तरह कई लोग 'नयी' को 'नई' लिखते हैं...।
'नई' ग़लत है , सही शब्द 'नयी' है...
मूल शब्द 'नया' है , उससे 'नयी' बनेगा...।
क्या तुमने क्वेश्चन-पेपर से आंसरशीट मिलायी...?
( 'मिलाई' ग़लत है...।)
आज उसने मेरी मम्मी से मिलने की इच्छा जतायी...।
( 'जताई' ग़लत है...।)
उसने बर्थडे-गिफ़्ट के रूप में नयी साड़ी पायी...।
('पाई' ग़लत है)
अब आइए 'ए' और 'ये' के प्रयोग पर...।
बच्चों ने प्रतियोगिता के दौरान सुन्दर चित्र बनाये...।
( 'बनाए' नहीं...। )
लोगों ने नेताओं के सामने अपने-अपने दुखड़े गाये...।
( 'गाए' नहीं...। )
दीवाली के दिन लखनऊ में लोगों ने अपने-अपने घर सजाये...।
( 'सजाए' नहीं...। )
तो फिर प्रश्न उठता है कि 'ए' का प्रयोग कहाँ होगा..?
`ए' वहाँ आएगा जहाँ "अनुरोध" या "रिक्वेस्ट" की बात होगी...।
अब आप काम देखिए, मैं चलता हूँ...।
( 'देखिये' नहीं...। )
आप लोग अपनी-अपनी ज़िम्मेदारी के विषय में सोचिए...।
( 'सोचिये' नहीं...। ) नवेद! ऐसा विचार मन में न लाइए...।
( 'लाइये' ग़लत है...। )
अब आख़िर (अन्त) में 'यें' और 'एँ' की बात...
यहाँ भी अनुरोध का नियम ही लागू होगा...
रिक्वेस्ट की जाएगी तो 'एँ' लगेगा , 'यें' नहीं...।
आप लोग कृपया यहाँ आएँ...।
( 'आयें' नहीं...। )
जी बताएँ , मैं आपके लिए क्या करूँ ?
( 'बतायें' नहीं...। )
मम्मी , आप डैडी को समझाएँ..।
( 'समझायें' नहीं..। )
अन्त में सही-ग़लत का एक लिटमस टेस्ट...एकदम आसान सा... खास आपके लिए 👇🏿
🔸जहाँ आपने 'एँ' या 'ए' लगाया है , वहाँ 'या' लगाकर देखें...।
क्या कोई शब्द बनता है ?
🔹(यदि नहीं , तो आप ग़लत लिख रहे हैं...।)
आजकल लोग 'शुभकामनायें' लिखते हैं...
इसे 'शुभकामनाया' कर दीजिए...।
'शुभकामनाया' तो कुछ होता नहीं ,
इसलिए 'शुभकामनायें' भी नहीं होगा...।
सही शब्द "शुभकामनाएँ"

(कॉपी)

Thursday, August 1, 2019

स्वतंत्रता दिवसः

स्वतंत्रता सर्वेभ्यः प्राणिभ्यः प्रिया भवति। जीवजन्तयोSपि पराधीनतायां कष्टस्य अनुभवं कुर्वन्ति। १९४७ तमस्य वर्षस्य ‘अगस्त’-मासस्य पञ्चदशे दिनाङ्के भारतगणराज्यं स्वतन्त्रम् अभवत् । अतः अयं दिवसः “स्वतंत्रतादिवसः” इति कथ्यते। अस्मिन् दिवसे राष्ट्रपतिः राष्ट्रं सम्बोधितवान्। देशभक्ताः इमं राष्ट्रीयपर्वरूपेण स्मरन्ति। यद्यपि अस्माकं देशे अनेकानि राष्ट्रीयपर्वाणि सन्ति परन्तु इदं एकम् अत्यन्तं महत्वपूर्णं राष्ट्रीयं पर्वं विद्यते। अयं दिवसः इतिहासे सुवर्णाक्षरै अंकितः अस्ति। इमं दिवसं सर्वे जनाः महता उत्साहेन सम्मानयन्ति। बालाः वृद्धाः युवानश्च सर्वे प्रसन्नाः दृश्यन्ते।  सर्वत्र भारतमातुः जयस्य तुमुलध्वनिः श्रूयते।