Wednesday, June 1, 2022

श्रीरामनाम रामायण

बाल काण्डम्

शुद्ध ब्रह्म परात्पर राम
कालात्मक परमेश्वर राम

शेष तल्प सुख निद्रित राम
ब्रह्माध्यमर प्रार्थित राम

चण्डकिरण कुल मण्डन राम
श्रीमद्  दशरथ नन्दन राम

कौसल्या सुख वर्धन राम
विश्वामित्र प्रियधन राम

घोर ताटक धातक राम
मारीचादि निपातक राम

कौशिकमख संरक्षक राम
श्रीमदहल्योद्धारक राम

गौतममुनि संपूजिता राम
सुर मुनि वर गण संस्तुत राम

नाविक धाविक मृदुपद राम
मिथिलापुरजन मोहक राम

विदेहमानस रञ्जक राम
त्रयम्बक कार्मुख भञ्जक राम

सीतार्पित वरमालिक राम
कृत वैवाहिक कौतुक राम

भार्गवदर्प विनाशक राम
श्रीमदयोध्या पालक राम

राम राम जय राजाराम
राम राम जर सीताराम


अयोध्या काण्डम् 

अगणित गुणगण भूषित राम
अवनीतनया कामित राम 

राका चन्द्र समानन राम 
पितृ वाक्यश्रित कानन राम 

प्रियगुह विनिवेदितपद राम 
तक्षलित निज मृदुपद राम 

भारद्वाज मुखाननक राम 
चित्रकूटाद्रि निकेतन राम 

दशरथ संतत चिन्तित राम 
कैकेयी तनयार्पित राम 

 विरचित निज पितृकर्मक राम 
भरतार्पित निज पादुका राम

राम राम जय राजाराम
राम राम जय सीताराम

किष्किन्धा काण्डम् 

हनुमत्सेवित निजपद राम 
नत सुग्रीवाभीष्टद राम 
गर्वित वाली संहारक राम
वानर दूत प्रेषक राम 
हितकर लक्ष्मण संयुत राम 
 
राम राम जय राजाराम
राम राम जय सीताराम

सुन्दर काण्डम् 

कपिवर संतत संस्मृत राम
तद्गति विघ्न ध्वंस्कर राम

सीता प्राणाधारक राम
दुष्ट दशानन दूषित राम

शिष्ट हनुमद्भूषित राम
सीता वेदित काकावन राम

कृत चूडामणि दर्शन राम
कपिवर वचनाशवासित राम

राम राम जयराजाराम
राम राम जय सीताराम

युद्ध काण्डम् 

रावण निधन प्रस्थित राम 
वानर सैन्य समावृत राम 

शोषित शरदीशार्थित राम 
विभीषणाभय दायक राम 

पर्वतसेतु निभन्धक राम 
कुम्भकर्ण शिरश्छेदक राम 

राक्षस संघ विमर्धक राम 
अहिमहिरावण चारण राम 

संहृत दशमुखरावण राम 
विधिभव मुखसुर संस्तुत राम 

खःस्थित दशरथ वीक्षित राम 
सीता दर्शन मोहित राम 

अभिषिक्त विभीषणनत   राम 
पुष्पकयान रोहित राम 

भारद्वाजादिनिषेवण राम 
भरत प्राण प्रियकर राम 

साकेतपुरी भूषण राम 
सकल स्वीयसमानस राम 

रत्नलसत्पीठास्थित राम 
पट्टाभिषेकालङ्कृत  राम 

पार्थिव कुल सम्मानित राम
विभीषणार्पितरङ्कर  राम

कीश कुलानुग्रहकर राम
सकल जीव संरक्षक राम
समस्त लोकाधारक राम

राम राम जय राजाराम 
राम राम जय सीताराम

उत्तर काण्डम्

आगत मुनिगण संस्तुता राम
विश्रुत दशकण्ठोद्भव राम

सीतालिङ्गन निर्वृत राम
नीति सुरक्षित जनपद राम

विपिन त्याजित जनकज राम
कृत लवणासुर वध राम

सवर्गत शम्भुक संस्तुत राम
स्वतनय कुशलव नन्दित राम

अश्वमेध क्रतु दीक्षित राम
कालावेदित सुरपदा राम

अयोध्यकजनमुक्तित राम
विधिमुख विविधानन्दक राम

तेजोमय निजरूपक राम
संसृति बन्ध विमोचक राम


धर्म स्थापन तत्पर राम
भक्ति परायण मुक्तिद राम

सर्व चराचर पालक राम
सर्व भवामयवारक राम

वैकुण्ठालय संस्थित राम
नित्यानन्दपदस्थित राम

राम राम जय राजा राम
राम राम जय सीता राम

राम राम जय राजाराम
राम राम जय सीताराम

इति राम नाम रामायण

Wednesday, February 2, 2022

पूजन सामग्री

पूजन सामग्री

धूप बत्ती
कपूर
केसर
चंदन
यज्ञोपवीत 5
कुंकुम
अक्षत
अबीर
गुलाल, अभ्रक
हल्दी
आभूषण
नाड़ा
रुई
रोली, सिंदूर
सुपारी, पान के पत्ते (7)
पुष्पमाला, कमलगट्टा
सप्तमृत्तिका
सप्तधान्य
कुशा व दूर्वा
पंच मेवा
गंगाजल
शहद (मधु)
शकर
घृत (शुद्ध गाय का घी)
दही
दूध
ऋतुफल
नैवेद्य या मिष्ठान्न ( पेड़ा, मालपुए इत्यादि)
इलायची (छोटी)
लौंग 
मौली
इत्र
सिंहासन (चौकी, आसन)
पंच पल्लव(बड़, गूलर, पीपल, आम और पाकर के पत्ते)
पंचामृत
तुलसी दल
केले के पत्ते(यदि उपलब्ध हों तो खंभे सहित)
औषधि
( जटामॉसी, शिलाजीत आदि)

( प्रधान देवता की मूर्ति)
गणेशजी की मूर्ति
अम्बिका की मूर्ति
देवता के लिये वस्त्र
गणेशजी को अर्पित करने हेतु वस्त्र
अम्बिका को अर्पित करने हेतु वस्त्र
जल कलश (तांबे या मिट्टी का)
सफेद कपड़ा (आधा मीटर)
लाल कपड़ा (आधा मीटर)
पंच रत्न (सामर्थ्य अनुसार)
दीपक
बड़े दीपक के लिए तेल
श्रीफल (नारियल)
धान्य (चावल, गेहूँ)
पुष्प (श्वेत,पीला, लाल)
दोना 20
कसोरा छोटा 10
एक बडा पात्र पुजन सामग्री रखने के लिये।
हवन सामग्री एवं लकडी,उपला, कपूर,घी एवं पात्र

Tuesday, January 4, 2022

मन्त्र

धन लाभ के लिये और शत्रु नाश के लिये इस मंत्र का विधि पूर्वक जप करें। ✍

बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई॥
जाके सुमिरन तें रिपु नासा। 
नाम सत्रुहन बेद प्रकासा॥

निर्मल मति प्राप्त करने के लिए परिवार में शांति के लिए इस मंत्र का प्रतिदिन 21 बार जप करें
✍जनकसुता जग जननि जानकी।
 अतिसय प्रिय करुना निधान की।। 
ताके जुग पद कमल मनाऊँ।
 जासु कृपा निर्मल मति पावऊँ।।