धन लाभ के लिये और शत्रु नाश के लिये इस मंत्र का विधि पूर्वक जप करें। ✍
बिस्व भरन पोषन कर जोई। ताकर नाम भरत अस होई॥
जाके सुमिरन तें रिपु नासा।
नाम सत्रुहन बेद प्रकासा॥
निर्मल मति प्राप्त करने के लिए परिवार में शांति के लिए इस मंत्र का प्रतिदिन 21 बार जप करें
✍जनकसुता जग जननि जानकी।
अतिसय प्रिय करुना निधान की।।
ताके जुग पद कमल मनाऊँ।
जासु कृपा निर्मल मति पावऊँ।।