मानस पूजा :-
१ ॐ लं पृथ्व्यात्मकं गन्धं परिकल्पयामी ।
प्रभु मै पृथ्वी रूप गंध चन्दन आपको अर्पित करता हूँ ।
२- ॐ हम आकाशात्मकं पुष्पम परिकल्पयामी ।
प्रभु आकाश रूप समस्त पुष्प आपको अर्पितकर्ता हूँ ।
३- ॐ यम वायवातंकम धूपम परिकल्पयामी ।
पर्भु मै वायु रूप में धुप आपको अर्पित करता हूँ ।
४- ॐ रम वह्यतमकम दर्शयामि ।
प्रभु अग्निदेव के रूप दीपक आपको प्रदान करता हूँ ।
५- ॐ वम अमृतात्मकम नैवेद्यम निवेदयामि ।
प्रभु मै अमृत के सामान नैवेद्य आपको निवेदन करता हूँ ।
६- ॐ सोम सर्वात्मकं सर्वोपचारम समर्पयामि ।
प्रभु सर्वात्मा के रूप में संसार के सभी उपचारो को आपके चरणो में समर्पित करताहूँ ।
इस प्रकार उपरोक्त मंत्रो से परमात्मा की मानस पूजा करें।
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