Friday, February 7, 2020

समय की शुद्धता और मन की पवित्रता

किसी भी कार्य के लिए उस कार्य के अनुरूप समय का होना अति आवश्यक होता है। यदि समय उस कार्य के प्रकृति के अनुरूप हो तभी वह कार्य अपने फल के पूर्णता को प्रदान करता है। परन्तु यदि समय उस कार्य के प्रकृति के अनुरूप न हो तो कार्य के पूर्ण फल प्राप्त नहीं होतीं।
किसी कार्य के फल प्राप्ति मे एक और विशेष कारण होता है और वह है मन की पवित्रता या संकल्प शक्ति।

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