गुरु पूजन पद्धति
|| ॐ श्री गणेशाय: नमः
| ॐ श्री सरस्वत्यै नमः
||ॐ श्री गुरुभ्यो नमः
जय गुरुदेव
ॐश्री गुरुचरणकमलेभ्यो नमः
ध्यानम्🙏
नारायणं पद्मभवं वसिष्ठं शक्तिं च तत्पुत्रपराशरं च।
व्यासं शुकं गौडपदं महान्तं गोविन्दयोगीन्द्रमथास्य शिष्यम्॥
श्री शंकराचार्यमथास्य पद्मपादं च हस्तामलकं च शिष्यम्।
तं त्रोटकं वार्त्तिककारमन्यान् अस्मतगुरून् सन्ततमानतोस्मि॥
श्रुतिस्मृतिपुराणानां आलयं करुणालयं।
नमामि भगवत्पादं शङ्करं लोकशङ्करम्॥
शङ्करं शङ्कराचार्य केशवं बादरायणम्।
सूत्रभाष्यकृतौ वन्दे भगवन्तौ पुनः पुनः॥
|| सदाशिव समारम्भाम् शंकराचार्य मध्यमाम् ।
अस्मद् आचार्य पर्यन्ताम् वंदे गुरु परम्पराम् ||
॥ॐ समस्तजनकल्याणे निरतं करुणामयम् ।
नमामि चिन्मयं देवं सद्गुरुं ब्रह्मविद्वरम् ॥
गुरुर्ब्रह्मा गुरुर्विष्णुर्गुरुर्देवो महेश्वरः ।
गुरुरेव परं ब्रह्म तस्मै श्रीगुरवे नमः ॥
प्रत्यक्ष / मानस पूजा :-
१ ॐ लं पृथ्व्यात्मकं गन्धं परिकल्पयामी ।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गुरुदेव! मै पृथ्वी रूपी गंध चन्दन आपको अर्पित करता हूँ।
२- ॐ हम आकाशात्मकं पुष्पम परिकल्पयामी।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गुरुदेव! मै आकाश रूप पुष्प आपको अर्पितकर्ता हूँ ।
३- ॐ यम वायवातंकम धूपम परिकल्पयामी।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गरुदेव! मै वायु रूप में धुप आपको अर्पित करता हूँ ।
४- ॐ रम वह्यतमकम दीपं दर्शयामि ।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गुरुदेव! मै अग्निदेव रूप मे दीपक आपको प्रदान करता हूँ।
५- ॐ वम अमृतात्मकम नैवेद्यम निवेदयामि ।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गुरुदेव! मै अमृत के सामान नैवेद्य आपको निवेदन करता हूँ ।
६- ॐ सोम सर्वात्मकं सर्वोपचारम समर्पयामि ।
श्री गुरु चरण कमलेभ्यो नमः।🙏
गुरुदेव! मै सर्वात्मा के रूप में संसार के सभी उपचारो को आपके चरणो में समर्पित करता हूँ।
इस प्रकार उपरोक्त मंत्रो से गुरुदेव का पूजा करें।
यदि गुरुदेव पास न हों तो
इस प्रकार उपरोक्त मंत्रो से गुरुदेव का मानस पूजा करें।
- डॉ मुकेश ओझा
#ज्योतिष एवं #आध्यात्मिक सलाहकार