क्या बताऊँ तुम्हें क्या हूँ मैं एक हवा का झोका हूँ, पानी का बुल-बुला हूँ, बारिश का फवाॅरा और अस्तित्व का इशारा हूँ। डॉ मुकेश ओझा
No comments:
Post a Comment