@क्यों पढ़ें संस्कृत@
* क्या आप अपने मस्तिष्क को क्रियाशील बनाना चाहतें हैं?
* क्या आप वैश्विक चिन्तन करना चाहते हैं?
* क्या आप आमूलप्रबन्धन को जानना चाहते हैं?
* क्या आप अपने नेतृत्व कौशल को विकसित करना चाहते हैं?
* क्या आप ऐतिहासिक घटनाओं की सत्यता को जानना चाहते हैं?
* क्या आप मूल गणित ( वैदिक गणित) को समझना चाहते हैं?
* क्या आप शारीरिक विज्ञान के रहस्य को जानना चाहते हैं?
* क्या आप नैतिक समाज का निर्माण करना चाहते हैं?
* क्या आप ओजस्वी और तेजस्वी बनना चाहते हैं?
* क्या आप ज्ञान विज्ञान के मूलस्रोतो को जानना चाहते हैं?
* आप व्यवहारिक दक्षता प्राप्त करना चाहते हैं?
* क्या आप संगणकोपयोगी मूल ज्ञान को प्राप्त करना चाहते हैं?
* क्या आप भारतीय भाषाओं कों सुदृढ़ और शुद्ध बनायें रखना चाहते हैं?
* क्या आप स्वयं को जानना चाहते हैं?
यदि हाँ , तो संस्कृत को न केवल पढ़े अपितु उसको अपने जीवनचर्या में उतारे अपने जीवन को संस्कृतमय बनायें।
आपके इन सभी इच्छाओं को साकार रूप देने के लिए मै निःस्वार्थ भाव से आपके सेवा में कटिबद्ध हूँ।
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