Wednesday, May 8, 2019

लुट्लकार_अभ्यास (अनद्यतन भविष्यत काल)

ॐ सुरभारत्यै नमः ॥ वन्देमातरम् ॥

       #लुट्लकार_अभ्यास

१)सः श्वः कुत्र भविता ? ?
       (वह कल कहाँ होगा?)
२)ते परश्वः अत्र भवितारौ ।
       (वे दोनों परसों यहाँ न होंगी ।)
३)भवन्तः भवितारः न वा ?
       (आप सब होंगे या नहीं ?)

४)त्वम् अधीत्य कः भवितासि ?
       (तुम पढ़कर क्या बनोगे ?
५)युवां सैनिकौ भवितास्थः ?
       (तुम दोनों सैनि‍क बनोगे ?)
६)यूयं मध्याह्ने उपवने भवितास्थ ?
       (तुम सब दोपहर में बाग में रहोगे ?)

७)अहम् अश्वारोही भवितास्मि ।
       (मैं घुड़सवार बनूँगा ।)
८)आवां वेदपाठिनौ भवितास्वः ।
       (हम दोनों वेदपाठी बनेंगे)।
९)वयं धीमन्तः भवितास्मः ।
       (हम सब बुद्धिमान् होंगे )।

जयतु संस्कृतम् ॥ जयतु भारतम् ॥

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