Saturday, May 4, 2019

लोट्लकार अनुज्ञा (आज्ञार्थक)

ॐ श्रीगुरवे नमः ॥ जयश्रीहरि ॥

    ❁लोट्लकार-अभ्यास❁(आज्ञार्थक)

१)सः बालकः गृहे भवतु ।
          (वह बच्चा घर में हो/रहे।)
२)शिशू खट्वायां भवताम् ।
          (दोनों शिशु खाट पर हों।)
३)विद्यार्थिनः कक्षायां भवन्तु ।
          (विद्यार्थी लोग कक्षा में हों ।)

४)त्वं तत्र न भव ।
        (तुम वहाँ न रहो ।)
५)युवाम् अत्र भवतम् ।
        (तुम दोनों यहाँ रहो ।)
६)यूयं ग्रामीणाः भवत ।
        (तुम सब गाँव वाले बनो ।)

७)अहं किं भवानि ?
        (मैं क्या होऊँ/बनूँ ?)
८)आवां वैद्यौ भवाव ?
        (हम दोनों वैद्य बनें ?)
९)वयं राष्ट्रप्रेमिणः भवाम ।
         (हम राष्ट्रप्रेमी हो जायें ।)

ॐजयतु संस्कृतम् ॥ॐ॥ जयतु भारतम् ॥ॐ

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