ॐहरिःॐ ॥ ॐहरिःॐ ॥ ॐहरिःॐ
❁ लट्लकार-अभ्यास ❁
१)प्रातः सूर्योदयः भवति ।
(सवेर सूर्योदय होता है)।
२)मार्गे आम्रे पतिते भवतः ।
(राह में दो आम गिरे होते हैं)।
३)उपवने इदानीं जनाः भवन्ति ।
(बाग में इस समय लोग होते हैं)।
४)त्वं तत्रैव कथं भवसि ?
(तुम वहीं क्यों होते हैं ?)
५)युवां प्रातः कुत्र भवथः ?
(तुम दोनों सवेरे कहाँ होते हो?)
६)यूयं क्रीडाङ्गणे भवथ खलु ?
(तुम सब खेल के मैदान में होते हो ! न ?)
७)अहं तु तत्र न भवामि ।
(मैं तो वहाँ नहीं होता हूँ।)
८)आवां तदा पठन्तौ भवामः ।
(हम दोनों तब पढ़ते हुए होते हैं।)
९)वयं सार्धसप्तवादने पाठशालायां भवामः ।
(हम सब ०७:३० बजे पाठशाला में होते हैं।)
ॐ॥ जयतु संस्कृतम् ॥ॐ॥ जयतु भारतम् ॥ॐ
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